📍मामला नगरी ब्लॉक के सबसे बड़े ग्राम पंचायत साकरा का है —
जहां समाजसेवी स्वर्गीय महेश सिन्हा ने वर्षों पहले भगवान शंकर जी के प्रति आस्था और भक्ति के प्रतीक के रूप में स्थापित किए थे नंदी भगवान 🐂…
यह स्थान श्रद्धा और संस्कारों की पहचान था — लेकिन आज वही जगह अतिक्रमण और गंदगी का अड्डा बन चुकी है 💔
😡 चौपाटी और दुकानों ने नंदी भगवान को घेर लिया है…
जहां भक्ति का माहौल होना चाहिए था, वहां अब जूठे बर्तनों की बदबू और उपेक्षा का सन्नाटा है…
यह दृश्य न सिर्फ आस्था को झकझोरता है, बल्कि भगवान के सम्मान पर करारा तमाचा भी है 🙏💢
🗣️ समाजसेवी हितेश सिन्हा, जो नंदी स्थापना करने वाले परिवार से हैं,
उन्होंने कई बार ग्राम पंचायत साकरा के सरपंच, सचिव और जिम्मेदार अधिकारियों से की गुहार —
पर किसी ने नहीं सुनी, न कोई कार्रवाई की गई 😞
💪 अब मजबूरी में, भगवान का अपमान सहन न कर पाते हुए —
हितेश सिन्हा ने स्वयं क्रेन मंगवाकर नंदी भगवान को अतिक्रमण से हटाकर दूसरी जगह स्थापित करने की पहल की है! 🙏
💔 यह सिर्फ एक मूर्ति नहीं…
यह आस्था की पुकार है, भक्ति का अपमान है, और प्रशासन की चुप्पी का सबसे बड़ा प्रमाण!
🕉️ सवाल यही —
जब भगवान की सवारी नंदी ही बेबस हो जाए,
तो फिर आम भक्त किससे न्याय की उम्मीद रखे…? 😔
मिश्रा जी की कलम से 🖊️...


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