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अनोखी पहल: “शिक्षा से समाज और समाज से शिक्षा” समाज की प्रेरक भागीदारी से 📚 शिक्षा और समाज के बीच सेतु बना यह आयोजन


धमतरी जिले के सिंगपुर ग्राम स्थित सेजेस स्कूल में “शिक्षा से समाज और समाज से शिक्षा” विषय पर एक भव्य शैक्षिक गोष्ठी का आयोजन किया गया। इस अवसर पर कलेक्टर अबिनास मिश्रा ने विशेष रूप से शिरकत की। उन्होंने कहा कि “शिक्षा की गुणवत्ता तभी संभव है जब समाज और विद्यालय मिलकर इसकी जिम्मेदारी निभाएं।”


🌿 कमार जनजाति समेत सभी समाजों की सहभागिता

इस कार्यक्रम की सबसे खास बात रही गांव के सभी समाजों, विशेषकर कमार जनजाति की सक्रिय भागीदारी ..इन समाजों ने मिलकर विद्यालय को 75 इंच का स्मार्ट टीवी भेंट किया, जिसका लोकार्पण स्वयं कलेक्टर द्वारा किया गया।

👉 कलेक्टर ने इसे वनांचल क्षेत्र के विद्यार्थियों के लिए सूचना प्रौद्योगिकी और डिजिटल शिक्षा की दिशा में मील का पत्थर बताया।


👩‍👧 महिला नेतृत्व से संवाद: कमार समाज की भूमिका

कमार समाज की प्रतिनिधि पम्मन बाई ने कलेक्टर से संवाद कर समाज की स्थिति पर चर्चा की कलेक्टर ने कहा कि प्रधानमंत्री जनमन योजना के तहत मिल रही सुविधाओं का अधिकतम लाभ उठाया जाना चाहिए। साथ ही समाज से अपील की कि बच्चों को नियमित स्कूल भेजने को प्राथमिकता दी जाए।


🎯 लक्ष्य निर्धारण: विद्यार्थियों की प्रतिबद्धता

कार्यक्रम के दौरान कक्षा 10वीं और 12वीं के विद्यार्थियों ने लक्ष्य चार्ट प्रस्तुत किए, जिसमें उन्होंने अपने जीवन के लक्ष्य और संकल्प पालकों के समक्ष साझा किए।
पालकों ने बच्चों के इन संकल्पों को साकार करने में संपूर्ण सहयोग देने का वादा किया।


🌱 “एक पेड़ माँ के नाम”: पर्यावरण संरक्षण की सीख

कलेक्टर मिश्रा ने सेजेस स्कूल परिसर में “एक पेड़ माँ के नाम” अभियान के तहत वृक्षारोपण किया। उन्होंने बच्चों से इन पौधों की देखरेख कर उन्हें पेड़ बनाने तक संरक्षण की जिम्मेदारी निभाने की बात कही।


🌐 डिजिटल युग की ओर कदम: सेजेस वेबसाइट लॉन्च

इस मौके पर सेजेस स्कूल की आधिकारिक वेबसाइट का भी शुभारंभ हुआ। यह प्लेटफॉर्म स्कूल की गतिविधियों को यूट्यूब, फेसबुक, इंस्टाग्राम, व्हाट्सएप, टेलीग्राम और एक्स (Twitter) जैसे सोशल मीडिया माध्यमों के ज़रिए जनसामान्य तक पहुंचाने में मदद करेगा।




🪙 “मैं हूँ गुल्लक”: बचत की आदतों की नींव

बच्चों को “मैं हूँ गुल्लक” पहल के तहत गुल्लक वितरित किए गए। यह गुल्लकें समाजसेवी रंजीता तुमनचंद साहू द्वारा प्रदान की गईं।
👉 कलेक्टर ने कहा, “इससे बच्चों में बचत की आदत और आर्थिक जिम्मेदारी का बोध विकसित होगा।”


👨‍👩‍👧‍👦 शिक्षा में समाज की साझेदारी

गोष्ठी में पालकों और शिक्षा विशेषज्ञों ने भी अपने विचार साझा किए।
प्रमुख वक्ताओं में टिकेश्वर ध्रुव, जितेंद्र गंगासागर, धनंजय साहू, सफीना बानो शामिल रहे, जिन्होंने शिक्षा में पालकों की भूमिका को रेखांकित किया।

🎓 जिला शिक्षा अधिकारी देवेश सूर्यवंशी और प्राचार्य डॉ. वी. पी. चंद्रा ने विद्यालय के प्रयासों और बोर्ड परीक्षा में 100% परिणाम की जानकारी दी।


✅ निष्कर्ष:
यह आयोजन न केवल गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की ओर एक मजबूत कदम रहा, बल्कि समाज और विद्यालय के आपसी संवाद की भी मिसाल बन गया। वनवासी क्षेत्रों में शिक्षा के इस मॉडल को राज्य स्तर पर अपनाने योग्य उदाहरण कहा जा सकता है।

मिश्रा जी के कलम से 🖋️....

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