LIVE

6/recent/ticker-posts

पर्यटकों के लिए खुशखबरी -गंगरेल बांध में थेमिली टापू होगा विकसित









धमतरी -प्रदेश के सबसे प्रसिद्ध रविशंकर जलाशय गंगरेल बांध में इको टूरिज्म और कंजर्वेशन को बढ़ावा देने की कवायद अब शुरू हो गई है ……जिले के कलेक्टर अविनाश मिश्रा के नेतृत्व में अधिकारियों की टीम गंगरेल बांध के थेमली टापू फूटाहामुड़ा, और लहसुनवाही नर्सरी का निरीक्षण किया….टीम ने इन जगहों पर  इको टूरिज्म प्लेस बनाने हेतु विकल्पों की तलाश की ।







साइबेरियन पक्षियों का बसेरा है गंगरेल 2024 में पहली बार रूस से भारत पहुँचा था पक्षी
धमतरी जिला घने जंगल से घिरा है …जहाँ वन्य प्राणियों की कमी नहीं है यही वजह है की प्रकृति की गोद में बसे जिले के कुछ जगहों पर विदेशी और विलुप्त प्रजाति के प्रवासी पक्षी अपना बसेरा बनाने पहुँच रहे है फुटहामुड़ा प्रवासी पक्षियों के लिए सुरक्षित स्थान है जहां सायबेरियन पक्षियों के करीब 130 प्रजाति के पक्षी का डेरा है ….प्रवासी पक्षी ग्रीफ़,डच,अमेरिका साइबेरिया सहित अन्य देश के पक्षी क़रीब 20 से 30 हज़ार किलो मीटर दूरी तय कर हर साल गंगरेल बांध पहुंचते है …इसी जगह पर 2024 में पहली बार रूस की सरहद पार कर भारत पहुंचे थे कामन टील ,प्लासेस गल ,रफ पक्षी आए थे सर्दी के मौसम में रहकर वापिस लौटे थे ।



लहसुनवही में बटरफ्लाई जोन बनाने की परिकल्पना
धमतरी जिले के रविशंकर जलाशय गंगरेल बांध प्राकृतिक सौंदर्य से परिपूर्ण है जहा इको टूरिज़्म की अपार संभावना है इसी संभावना को आकार देने जिले के कलेक्टर अविनाश मिश्रा ने कवायद शुरू की है लहसुन वही नर्सरी का भी अवलोकन किया और यहां उन्होंने बटरफ्लाई जोन और इको टूरिज्म क्षेत्र बनाने की बात की है परिकल्पना आकार देने लगी तो पर्यटक के लिए एक शानदार विकल्प होगा जहां प्रवासी पक्षियों और विलुप्त के कगार में पहुँच चुके पक्षियों सहित रंग बिरंगे तितलियों का आनन्द पर्यटक ले सकेंगे ! निरीक्षण करने गए टीम में धमतरी जिला पंचायत सीईओ रोमा श्रीवास्तव,डीएफओ कृष्णा जाधव सहित अन्य विभाग के अधिकारी कर्मचारी मौजूद थे ।

Post a Comment

0 Comments